रिलीज़ हुई Hritik Roshan और Jr. NTR की WAR 2, देखिये क्या बोले फैंस I Public Review

हां, वार्ड तो देख लिया हम लोग का। अच्छा अच्छा पिक्चर है। ऋतिक रोशन का काम कैसा लगा? बहुत बेटर है। और ऋितिक रोशन का भी काम बहुत बेहतर है। और ऋतिक रोशन के सामने Kारा आठ वाली उनकी हीरोइन मस्त जोड़ी है। मस्त जोड़ी बढ़िया। गाना कैसा है? गाना अभी अच्छा है। और जनाबे अली जो वाला है ना वो अच्छा है। पांच में से कितना चाहिए? आउट ऑफ़ फाइव। मूवी इज़ रियली गुड। मजा आया। एक्शन बहुत ज्यादा अच्छा था। वीfएक्स अच्छे थे। एक्शन की बात करें। जिस तरीके से एक्शन का नाम लेती ऋितिक रोशन का नाम आ जाते तो ऋतिक रोशन इसमें खरा उतर पाए। बिलकुल बिलकुल।

 

उसको कोई बीट नहीं कर सकता। मतलब जस्ट गिव हिम एनीथिंग ही इज़ गोइंग टू टेक इट एंड ही इज़ गोइंग टू डू वंडर्स। सो, रितिक फैन के लिए तो मस्ट वॉच इट बिकॉज़ सिंस द वैरी बिग स्टार्ट ऑफ़ द मूवी टिल द एंड इट वाज़ ऑल ऋतिक एंड ही डिड अ फैब जॉब। मजा आ गया। वर्ड में मजा आ गया देखकर। सब अच्छा था उसमें केमिस्ट्री, केआर आडवाणी, जूनियर एनटीआर की मजा आ गया देखकर। क्या-क्या सबसे ज्यादा इंटरेस्टिंग लगा इसमें? सबसे ज्यादा इंटरेस्टिंग क्लाइमेक्स जब वो बचपन की स्टोरी दिखाते तब। मुझे तो कुछ खास अच्छी नहीं लगी। इससे द वॉर वन बेटर थी। उसके बाद में ये डायरेक्टर चेंज हो गया। तो ये डायरेक्टर इसमें डायरेक्शन इसमें स्टोरी डायलॉग सॉन्ग्स बहुत वीक है।

 

एवरेज उसको पिक्चर बोल सकते हैं उसको। एवर एक्शन का भी बहुत ओवरडोज़ है। तो इतना ओवरडोज़ रहेगा तो नहीं कुछ चलेगी नहीं पिक्चर। वाओ वेरी नाइस मूवी। बहुत अच्छी मूवी है। ऐसे लग रहा है कि हम लोग कोई हॉलीवुड मूवी देख के आए। इतनी प्यारी मूवी है। इतने अच्छे एक्शन सीन है। स्टोरी लाइन ओके है। मतलब स्टोरी लाइन इस टाइप की स्टोरी हम लोगों ने पहले भी देखी है। बट जो स्क्रीन प्ले है जो एग्जीक्यूशन है। वाओ एंड दीज़ टू गाइस। अरे वाओ ये जूनियर राम जूनियर राम। या जूनियर एनटीआर एंड रितिक रोशन। एक है बॉलीवुड स्टार एक है टॉलीवुड स्टार। तो कंप्लीट पैन इंडिया मूवी है ये। ये दोनों एक दूसरे को इतने अच्छी तरह से काउंटर देते हैं ना और हर एक सेकंड के हर 5 मिनट के बाद एक ट्विस्ट आया तो बहुत मतलब इजीली वन टाइम टू टाइम थ्री टाइम वॉचबल है काफी ज्यादा एक्साइटेड और हैप्पी लग रहे हो

 

आप मूवी देखने के बाद क्या सबसे ज्यादा अट्रैक्ट किया इस फिल्म में आपने एक्शंस फर्स्ट हाफ के जो एक्शंस थे जैसे एक एक्शन है जिनमें ऋितिक रोशन की बेटी होती है उनका एक एक्शन उसके बाद वो प्लेन वाला एक्शन क्लाइमेक्स वो सारे एक्शंस बहुत ही प्यारे हैं। सेकंड हाफ में थोड़ी सी वीक हो जाती है। स्पेशली जब उनका चाइल्डहुड हम लोग देखते हैं और किियाारा जब आती है तब थोड़ी सी वीक हो जाती है फिल्म बट अगेन इट केम ऑन हिट्स ओन ट्रैक तो बहुत अच्छी बन जाती है मूवी। वॉर टू वॉर वन से सुपर नहीं बन पाई है। वॉर वन का डायरेक्टर और वॉर टू का डायरेक्टर में बहुत फर्क है। यह पिक्चर थोड़ी लंबी हो गई है। इसमें एडिटिंग बहुत जरूरी है।

 

सेकंड हाफ थोड़ा बोरिंग भी लगा। फर्स्ट हाफ बहुत ही इंटरेस्टिंग था। इंटरवल तक तो बहुत मजा आया कि अभी सेकंड हाफ में और मजा आएगा। लेकिन सेकंड हाफ में इन लोगों ने थोड़ा सा गड़बड़ करके थोड़ा बोरिंग कर दिया। बहुत ज्यादा डिसपॉइंटंटेड हूं। वॉर वन के बाद मेरी एक्सपेक्टेशंस हाई थी और वॉर टू में मैंने सोचा था कि अब स्पाइवर्स और बड़ा होता जा रहा है। पर स्टोरी इतनी वीक है, इतनी वीक है कि आपको लगेगा कि क्यों कुछ नया नहीं मिल रहा है हमें किसी स्पाइवर्स की फिल्म में। सेम जो एक ट्रैक होता है कि मतलब एक एजेंट है वो कहीं अपने काम कर रहा है। किसी को मार दिया गया है। फिर वो बदला ले रहा है। एक कारल हो रहा है बहुत बड़ा। फिर एंड में किसी की जान को खतरा होता है। उसे बचाना होता है। मतलब एक नया ट्रैक क्यों नहीं ला पा रहा है? मतलब मैं यशराज फिल्म से ये कहना चाहूंगा कि आपके पास दुनिया भर का पैसा है।

 

आपके पास दुनिया भर के बेस्ट ऑफ द टैलेंट को हायर करने की क्षमता है। तो आप क्यों नहीं कुछ नए क्रिएटिव राइटर्स को मौका दे रहे हो? क्यों नहीं ब्रेन स्टॉर्मिंग कर रहे हो? मुझे लगता है अब ये सब जो फिल्म्स हो रही हैं वो प्योर स्टार पावर पर खींचने की कोशिश कर रहा है कोई भी प्रोडक्शन हाउस जो कहीं ना कहीं कल को आप बोलोगे 1000 करोड़ कमा लिए फिल्म सक्सेसफुल हो गई ठीक है उनके लिए अच्छी बात है बट मैं कह रहा हूं एज एन ऑडियंस मुझे जो एक स्टोरी में मजा आना चाहिए जो एक एक्शन में जो एक डायलॉग डिलीवरी में जो एक गानों में वो मुझे इस फिल्म में किसी डिपार्टमेंट ने मजा नहीं दिया एक फिल्म के अंदर होने के लिए उसकी स्टोरी बढ़िया होनी चाहिए उसके एक्टर बढ़िया होने चाहिए उसकी फाइट बढ़िया होनी चाहिए उसके गाने बढ़िया होने चाहिए। सब चीज बढ़िया है। वॉर टू में जूनियर एनटीआर के सामने रितिक रोशन दोनों कैसी लगी उनको? रितिक रोशन टॉप के एक्टर हैं। और जूनियर एंटीओ भी टॉप के एक्टर हैं। वो साउथ के हैं। दोनों की केमिस्ट्री बहुत बढ़िया है। बहुत बढ़िया काम किया दोनों ने।

 

डायलॉग डिलीवरी की बात करें और डायलॉग समझ में नहीं आते। डायलॉग कैसे बोलते हैं? कैसी हिंदी बोलते हैं वो। डायलॉग मैं कैसे बोलता हूं? शत्रुघुन सिन्हा कैसे बोलते हैं? नाना पाटेकर कैसे बोलते हैं? सनी देओल कैसे बोलते हैं? मुंह भर के बोलते हैं। समझ में आता है कि इसने क्या बोला? यहां समझ में नहीं आता क्या बोलते हैं। इन लोगों में यही कमी है। सोचते हैं टाइम ने बॉडी बना ली। ये दिखा लिए ये कर लिए तो पहलवान बन गए। ऐसे डायलॉग होना चाहिए डायलॉग। समझ में नहीं आता। मैंने वॉर इससे पहले देखी थी 7 आठ साल पहले कोविड से पहले जो सिद्धार्थ आंद ने डायरेक्ट की थी और बहुत ही उम्दा मूवी थी और बहुत ज्यादा कामयाब हुई थी।

 

उसमें टाइगर श्रॉफ और रितिक रोशन की केमिस्ट्री की आज तक लोग बातें करते हैं। ये मूवी में जूनियर एनटीआर जो टॉलीवुड के बहुत बड़े सुपरस्टार हैं और रितिक रोशन तो बॉलीवुड के मेगा स्टार है ही। दोनों को एक पर्दे पर देख के लग रहा था कि मैं किसको देखूं। दोनों एक फ्रेम में सो स्पेक्टकुलर लार्जर देन लाइफ। मुझे समझ में नहीं आता कि मैं किसको देखूं। दोनों ही इतने आउटस्टैंडिंग, इतने अमेजिंग एक्टर्स हैं। इतने फिनोमिनल एक्टर्स हैं। बाकी मूवी के एक्शन सींस बहुत ही माइंड ब्लोइंग हैं। वीएफएक्स बहुत अच्छा है। बेंजमिन जैस्पर की सिनेमेटोग्राफी बहुत ही काबिले तारीफ है। एडिटिंग थोड़ी और शार्प हो सकती थी। लास्ट के 15-20 मिनट थोड़ी स्ट्रेच हो गई तो आरिफ शेख की एडिटिंग शार्प हो सकती थी। बाकी प्रीतम का म्यूजिक बहुत अच्छा है। अंकित बलारा और संचित बलारा का बैकग्राउंड स्कोर बहुत अच्छा है। और सबकी परफेंससेस बीट कायरा आडवाणी बहुत ही गॉर्जियस और स्टिंग लगी। रितिक रोशन और जूनियर एनटीआर एक एंटागोनिस्ट बने प्रोटागनिस्ट वो उनकी स्टोरी बहुत अच्छी है बहुत इमोशन है

 

मूवी में और सपोर्टिंग कास्ट में अनिल कपूर इज अमेजिंग एस ऑलवेज और आशुतोष राणा का भी बहुत अच्छा रोल है तो मजा आएगा देख के केरा आडवाणी उनके अपोजिट में उनका काम कैसा लगा बहुत बढ़िया एक्शन जॉनर में उन्होंने पहली बार जो भी वो मूवी में आती है उनको माना जाता है कि वो मूवी कामयाब हो जाएगी उनमें एक बात है एक एक्स फैक्टर है तो ये मूवी में भी जो भी वो फ्रेम में आए उनका लिमिटेड रोल है बट शी शी शाइनस इन हर रोल जितने भी है वो सीन्स में आएंगे। व्हाट इज द इंटरेस्टिंग पार्ट इन दिस फिल्म फॉर यू? देखिए अब्बास स्टारवाला के डायरेक्टर डायलॉग्स भी अच्छे हैं। जैसे रावण के 10 सिर थे लेकिन एक राम ने उसका वर्थ कर दिया एक सर वाले ने या फिर एक और मतलब जो स्क्रीन पे है

 

श्रीधर रावन का वो भी बहुत ग्रिपिंग है। बहुत एंटरटेनिंग है। बहुत एनग्रोसिंग है। तो यू विल बी एट द एज ऑफ योर सीट कि अब क्या होगा? क्या होगा ऐसे? बहुत सारे ट्विस्ट और टर्न्स हैं। वॉर वन और वॉर टू में कंपैरिजन किया जाए। वॉर वन तो एक अलग ही लीग थी उस दौर की। मतलब मैं कंपेयर नहीं करना चाहूंगा वो डायरेक्टर ही अलग थे सिद्धार्थ आनंद पर अयान मुखर्जी ने भी वेकअप सिद्ध ये जवानी या दीवानी ब्रह्मास्त्री जैसी मूवीस बनाई है तो उनका भी डायरेक्शन बहुत अच्छा है के डायरेक्टर बदलने से क्या प्रभाव पड़ा है थोड़ा उनका जो विज़न है वो अलग ही होता है हर डायरेक्टर का तो इनका है और वीएफएक्स और एक्शन सींस इतने अच्छे से शूट किए गए तो मैं उनको सलाम करूंगा अानुल जी को यशराज फिल्म्स ने उन्हें चुना आदित्य चोपड़ा ने प्रोड्यूस की ये मूवी तो उन्होंने उनको चुना डायरेक्शन के लिए वो अच्छी बात

 

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